गणपति विसर्जन पर लगाईं रोक, जोहर भूमि के भक्तो में प्रशासन के फैसले के खिलाफ देखा गया रोष
चित्तौडग़ढ़, देश की जोहर भूमि कहे जाने वाले चित्तौडग़ढ़ में गणपति के भक्तो में उस वक़्त निराशा देखि गई जब प्रशासन की और से गणपति विसर्जन के लिए रोक लगा दि गई हे जिसके बाद शहर के मध्य में स्थित गम्भीरी नदी के तट पर पुलिस प्रशासन की तैनाती की गई हे ताकि कोई भक्त नदी में भगवान् गणपति की प्रतिमा का विसर्जन न कर सके.
शहर वासियो के द्वारा हर वर्ष गणपति विसर्जन के दिन धूम धाम से ढोल नगाड़ो की थाप के साथ गम्भीरी नदी पर भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता हे लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए सभी भक्तो ने अपने अपने घरो पर ही गणपति स्थापना की थी जिसके बाद प्रशासन की और से यह अपील की गई थी की सभी भक्त अपने अपने घर पर ही गणपति विसर्जन करे लेकिन कुछ भक्त गम्भीरी नदी के तट पर विसर्जन करने पहुंचे भीड़ को बढ़ता देख आनन् फानन में प्रशासन की और से यह आदेश जारी किया गया.
प्रशासन की और से कई भक्तो को वापस अपने घर जाने की अपील की गई जिसके बाद भक्तो ने गणपति बपपा की विदाई के लिए नया तरीका खोज निकला व सभी अपनी अपनी प्रतिमाए लेकर संगम महादेव तट पर पहुंचे और भगवान् गणेश को विदा किया गया.
भक्तो में प्रशासन के फैसले के खिलाफ रोष देखा गया उनका कहना हे की गणपति विसर्जन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा रही थी ऐसे में जब पूरा देश खोल दिया गया हे तो धार्मिक त्यौहार पर ही पाबंदी क्यों जारी हे.
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