यूएई व इजराइल समजोते से भड़के मुस्लिम देश, तुर्की के सख्त तेवर
मुंबई, आखिरकार 72 सालो से एक दूसरे से दुश्मनी निभा रहे इजराइल व यूएई के बिच दोस्ती की पहल हुई व शांति समझोते पर हस्ताक्षर कर दिए गए हे जिस पर अधिकतर मुस्लिम देश नाराज नज़र आए तुर्की ने तो आधिकारिक बयान कारी करते हुए बताया की इस संधि को कभी भी इतिहास माफ़ नहीं कर पाएगा जबकि ईरान की और से इस संजोते को शर्मनाक बतया गया हे वही गाजा और हमास के लोगो के साथ इसे धोका बताया हे कई मुस्लिम संगठनों ने जबकि ईरान के और से जारी बयान में इसे मुस्लिम राष्ट्रों व नागरिको की पीठ पर छुरा गोपने जैसे बताया हे.
यूएई व इजराइल के बिच हुए इस महत्वपूर्ण संमजोते में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की महत्वपूर्ण भूमिका रही हे जिसके चलते ही यह नामुमकिन समजोता पूर्ण हो पाया हे यूएई तीसरा ऐसा राष्ट्र हे जिसने इजराइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किये हे ट्रम्प ने इसे ऐतिहासिक बताया हे. वही इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा की उन्होंने वेस्ट बैंक पर कब्जे की नियत को नहीं छोड़ा हे क्यों की यह बहुत ही ज्यादा अहमियत रखता हे उनके लिए लेकिन वह यूएई की हर संभव मदद करेंगे.
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