पानी से चलने वाली कार बनाने वाले रईस मकरानी को हे भारतीय कम्पनी का इंतज़ार, ठुकराए थे करोडो के विदेशी ऑफर
मध्यप्रदेश, भारत को चमत्कार की भूमि कहा जाता हे इस देश में हुनर की कोई कमी नहीं हे परन्तु सिस्टम में भ्र्ष्टाचार की वजह से कई हुनरमंद लोगो को बदहाली का सामना करना पड़ता हे। देश व दुंनिया जब पेट्रोल व डीजल से चलने वाली कार के माइलेज को सुधारने के लिए जद्दोजहद में जुटी हुई थी तब मध्यप्रदेश में रहने वाले मोहम्मद रईस मकरानी ने पानी से चलने वाली कार का सफल आविष्कार कर लिया था जिसके बाद दुनिया भर में उनकी तारीफ़ की गई थी आपको जानकार हैरानी होगी की रईस मकरानी ने उच्य शिक्षा भी प्राप्त नहीं की थी।
रईस मकरानी ने बताया की वर्ष 2007 में उन्होंने तेल की बढ़ती कीमत से आम आदमी को राहत देने के लिए पानी से चलने वाली कार बनाने की ठान ली थी डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें पानी से चलने वाली कार बनाने में सफलता मिली थी जिसके बाद उन्होंने कार को मोबाइल से चलाने का सिस्टम भी जोड़ दिया था जिसके बाद उन्हें चीन, अमेरिका व सऊदी अरब जैसे देशो से करोड़ो रूपए के ऑफर मिले थे जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था ।
ऑफर को ठुकराने के पीछे रईस मकरानी का मकसद था की वह अपने देश में इस फॉर्मूले से कार बनाए ताकि भारत देश का नाम वह पूरी दुनिया में फैला सके लेकिन आज तरह साल बाद भी वह किसी भारतीय कम्पनी के ऑफर का इंतज़ार कर रहे हे पानी व मोबाइल से चलने वाली कार का पेटेंट मोहम्मद रईस मकरानी के नाम हे ।
रईस मकरानी ने बताया की वर्ष 2007 में उन्होंने तेल की बढ़ती कीमत से आम आदमी को राहत देने के लिए पानी से चलने वाली कार बनाने की ठान ली थी डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद उन्हें पानी से चलने वाली कार बनाने में सफलता मिली थी जिसके बाद उन्होंने कार को मोबाइल से चलाने का सिस्टम भी जोड़ दिया था जिसके बाद उन्हें चीन, अमेरिका व सऊदी अरब जैसे देशो से करोड़ो रूपए के ऑफर मिले थे जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था ।
ऑफर को ठुकराने के पीछे रईस मकरानी का मकसद था की वह अपने देश में इस फॉर्मूले से कार बनाए ताकि भारत देश का नाम वह पूरी दुनिया में फैला सके लेकिन आज तरह साल बाद भी वह किसी भारतीय कम्पनी के ऑफर का इंतज़ार कर रहे हे पानी व मोबाइल से चलने वाली कार का पेटेंट मोहम्मद रईस मकरानी के नाम हे ।
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